Arogya Plus Policy In Hindi, Sbi Arogya Plus In Hindi, Arogya Plus Sbi Health Insurance प्लान क्या हैं और कैसे जाने।
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तो अब बात करते हैं SBI की आरोग्य प्लस मेडिक्लेम पॉलिसी की जो किफायती है और आपके बजट के मुताबिक है। दोस्तों यह पॉलिसी बाज़ार में उपलब्ध दूसरी मेडिक्लेम पॉलिसी से थोड़ी अलग है और इसे बेहद सरल रखने की कोशिश की गई है।
आगे मैं आपको बताते चल रहा हूँ कि यह एसबीआई जनरल इंश्योरेंस कंपनी द्वारा दी जाने वाली आरोग्य प्लस पॉलिसी हैं इसे अपने लिये या फिर अपने परिवार के सदस्यों के लिए पॉलिसी ले सकते हैं यह सबसे बेहतरीन एक विश्वसनीय चिकित्सा बीमा पॉलिसी है। एसबीआई की आरोग्य प्लस मेडिक्लेम पॉलिसी फ्लोटर विकल्प के तहत आपको, आपके कानूनी रूप से विवाहित जीवनसाथी और अधिकतम दो बच्चों को कवर करने के लिए डिज़ाइन की गई है।
इस पॉलिसी की खास बात आपको पता होनी चाहिए कि यह पॉलिसी एक निश्चित प्रीमियम पर आती है, जिसे आप नीचे पढ़ेंगे तो जरूर समझ जायेगा। SBI की आरोग्य प्लस मेडिक्लेम पॉलिसी में ओपीडी या अस्पताल में भर्ती होने के कारण होने वाले चिकित्सा खर्चों को संकट के समय आवश्यक वित्तीय सहायता प्रदान करती हैं।
इस प्रकार यह पॉलिसी आपके चिकित्सकीय इमरजेंसी के समय आपको आवश्यक वित्तीय सहायता प्रदान करती है। तो आप समझ गए होंगे कि यह पॉलिसी क्यों खास है। यह भी जान ले कि SBI से हेल्थ बीमा खरीदते समय व्यक्तियों को कैशलेस उपचार का लाभ उठाने की अनुमति देती हैं, जिसके नेटवर्क में 6000 से अधिक अस्पताल हैं। कंपनी के पास एक मजबूत नेटवर्क भी है जिसमें देश भर में 22, 000 से अधिक शाखाएँ शामिल हैं।
1. What Is Sbi Arogya Plus Policy के बारे में जाने।
एसबीआई आरोग्य प्लस पॉलिसी आपकी चिकित्सीय समस्याओं के निवारण करने के साथ-साथ आपके वेल्थ का भी रक्षा कवज के रूप में काम करता हैं। एसबीआई आरोग्य प्लस पॉलिसी में 1 लाख, 2 लाख और 3 लाख के शानदार कवरेज के साथ पॉलिसी बनाया गया हैं।
यह पॉलिसी आपको स्वास्थ्य में होने वाले खर्चों को कवर करने के लिये बनाया गया हैं। पॉलिसी से बाहर निकलने की कोई उम्र नहीं है, इसलिए आप जीवन भर अपनी पॉलिसी को आसानी से रिन्यू करा सकते हैं। आपको 55 वर्ष की आयु तक किसी भी पूर्व-नीति चिकित्सा परीक्षण से गुजरने की आवश्यकता नहीं है।
एसबीआई आरोग्य प्लस पॉलिसी में आपको याने रोगी को क्या-क्या सुविधा मुहैया करती हैं यह जान ले। पॉलिसी के तहत इनपेशेंट हॉस्पिटलाइजेशन खर्चे, ओपीडी खर्चे, अस्पताल में भर्ती होने से पहले और बाद के खर्चे, डेकेयर खर्चे, एम्बुलेंस खर्चे, आयुष उपचार खर्चे, गृह अस्पताल में भर्ती खर्चे, मातृत्व खर्च आदि जैसे कवर शामिल हैं।
अन्य लाभों में तेज, निष्पक्ष और पारदर्शी दावा प्रक्रिया, अनुग्रह अवधि शामिल हैं। भुगतान किए गए प्रीमियम पर 30 दिनों की कोई निकास आयु और कर लाभ (आयकर अधिनियम, 1961 की धारा 80 डी के तहत) संक्षेप में, यह धन के प्रबंधन के तनाव को दूर करता है ताकि आपका एकमात्र ध्यान सर्वोत्तम उपचार प्राप्त करने पर हो ताकि आप जल्द ही ठीक हो सकें।
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2. SBI Arogya plus Policy की मुख्य आकर्षण।
एसबीआई जनरल की आरोग्य प्लस पॉलिसी में देने के लिए बहुत कुछ है। अगर आप पॉलिसी के साथ-साथ चलने लगे तो यह तय है कि आपको अपने बैंक में जमा पूंजी निकालने की जरूरत नहीं पड़ेगी। मैंने ऊपर कालाम में बताया है कि जिसमें रोगी अस्पताल में भर्ती, पूर्व-अस्पताल में भर्ती, अस्पताल में भर्ती होने के बाद, आपातकालीन एम्बुलेंस और बहुत कुछ शामिल है। उनकी कुछ खूबियों को हम नीचे कालम में जानेंगे।
i) जीवन के लिए प्रीमियम।
इस पॉलिसी के तहत आप पॉलिसी लेते समय जितना प्रीमियम देते हैं, उतना ही प्रीमियम आपको पूरी जिंदगी भर देना होता है। आमतौर पर मेडिक्लेम इंश्योरेंस की पॉलिसी में उम्र के साथ प्रीमियम बढ़ता जाता है, लेकिन इस पॉलिसी का प्रीमियम फिक्स होता है।
पॉलिसी लेने के समय आप जो प्रीमियम देते हैं, वही प्रीमियम आपको जीवन भर देना होता है। बिना मेडिकल इतिहास वाले लोगों के लिए 55 वर्ष की आयु तक कोई प्री-पॉलिसी मेडिकल टेस्ट नहीं होता है। इस पॉलिसी को इंडिविजुअल और फैमिली फ्लोटर पॉलिसी के तौर पर तैयार किया गया है।
इस पॉलिसी की खास बात यह है कि इसमें कोई को-पे या डिडक्टिबल अटैच नहीं किया गया है। वैकल्पिक उपचार के लिए खर्चों की प्रतिपूर्ति के लिए डिज़ाइन किया गया हैं। लिंग परिवर्तन उपचार के लिए कवर कॉस्मेटिक या प्लास्टिक सर्जरी जांच और उद्देश्य के लिए अस्पताल में भर्ती होना इस योजना के अंतर्गत शामिल नहीं है।
ii) डे केयर कवरेज के साथ 142 ट्रीटमेंट कवर।
प्रिय दोस्तों, आप मेडिक्लेम पॉलिसी को जानते हैं, आप डे केयर कवरेज को जानते होंगे, लेकिन अगर आप नहीं जानते कि डे केयर कवरेज क्या है, डे केयर कवरेज का क्या मतलब है? तो मैं आपको समझने जा रहा हूँ जिस कंपनी में मैं काम करता हूँ वह हर साल नई मेडिक्लेम पॉलिसी के साथ कंपनी बदलती है लेकिन आज तक डे केयर कवरेज वाली कंपनी को हायर नहीं कर पाई इस वजह से मुझे बाहर से डे केयर कवरेज वाली मेडिक्लेम पॉलिसी लेनी पड़ती है।
आमतौर पर सभी मेडिक्लेम पॉलिसी में 24 घंटे अस्पताल में भर्ती रहने की शर्त होती है। यानी बीमा कंपनी बीमाधारक को इलाज के खर्च का पैसा तभी देती है जब वह कम से कम 24 घंटे अस्पताल में भर्ती रहता है। 24 घंटे से कम समय तक इलाज के लिए भर्ती रहने पर कुछ भी नहीं मिलता है, लेकिन आज की तारीख में चिकित्सा उन्नति के कारण दिन भर में कई बीमारियों का इलाज हो जाता है और अस्पताल मरीज को घर भेज देता है।
इस कारण से आज के समय में डे केयर कवरेज के साथ 142 ट्रीटमेंट कवर वाले SBI Arogya plus Policy को लेना अनिवार्य हो जाता हैं। ऐसी बीमारियाँ डे केयर में कवर होती हैं। जैसे आंखों की सर्जरी, हाइड्रोसील, पाइल्स, रेडियोथैरेपी, डायलिसिस, कीमोथेरेपी आदि।
iii) आश्रित बच्चों का कवरेज।
एसबीआई आरोग्य प्लस पॉलिसी का मुख्य आकर्षण और सुंदरता यह है कि यह आपके उन दो बच्चों को कवर करती है जो पॉलिसी में पच्चीस वर्ष की आयु तक के हैं। आमतौर पर देखा जाता है कि कई मेडिक्लेम पॉलिसी में 21 साल तक के बच्चों के लिए कवर किया जाता है, लेकिन इन पॉलिसी की खास बात यह है कि यह 25 साल की उम्र को कवर करती है। इस पॉलिसी के तहत बच्चों के लिए 142 डे केयर ट्रीटमेंट कवर है। यानी आज की तारीख में मिलने वाला लगभग सारा डे केयर कवरेज इस में है।
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3. SBI Aarogya Plus Special Review जो आपके लिये।
एसबीआई आरोग्य प्लस की समीक्षा करते हुये मैंने देखा कि यह पॉलिसी एसबीआई कि स्वास्थ्य बीमा पॉलिसियों में से एक है जो जनरल इंश्योरेंस की प्रमुख स्वास्थ्य बीमा पॉलिसी हैं। एसबीआई आरोग्य प्लस पॉलिसी को एक किफायती प्रीमियम दर पर व्यक्तियों और परिवारों की संपूर्ण चिकित्सा आवश्यकताओं के अनुरूप एक व्यापक कवरेज प्रदान करने के लिए डिज़ाइन किया गया है।
एसबीआई आरोग्य प्लस पॉलिसी ओपीडी परामर्श और उपचार व्यय के लिए कवरेज प्रदान करते हुए आप सभी के लिए एक चिकित्सा सुविधा और स्वास्थ्य बीमा को ध्यान में रखते हुए तैयार की गई है। एसबीआई आरोग्य प्लस पॉलिसी व्यक्तिगत और पारिवारिक फ्लोटर बीमा राशि के आधार पर तैयार की गई सबसे सस्ती प्रीमियम दर वाली पॉलिसी में से एक है।
मैंने पाया कि यह पॉलिसी 3 महीने के बच्चे से लेकर 65 वर्ष की आयु के बीच के किसी भी व्यक्ति के लिए एक विस्तृत आयु पैमाने को ध्यान में रखकर डिज़ाइन की गई सर्वोत्तम सस्ती पॉलिसी में से एक है।
आप इस पॉलिसी को 1 साल, 2 साल या 3 साल के लिए चुन सकते हैं, यह आपके विवेक पर है। SBI आरोग्य प्लस पॉलिसी आप 1 लाख से 3 लाख तक ले सकते हैं, यह आपके बजट पर निर्भर करता है कि आप कितना खर्च करते हैं और कितनी कीमत के पॉलिसी लेते हैं। कुलमिलकर देखा जाये तो यह आपके लिए जीवन दाई पॉलिसी हो सकती हैं जब आप पैसे की कमी के बिना किसी चिकित्सकीय आपात स्थिति से निपटना चाहते हैं।
4. Sbi General Arogya Plus Policy In Hindi.
एसबीआई आरोग्य प्लस को चिकित्सा करेंसी याने आपके जेब में पड़ा नोट की तरह मानते हैं। अस्पताल में भर्ती शुल्क और संपूर्ण उपचार की लागत को पॉलिसी द्वारा कवर किया जाता है। यह आपके इलाज के लिए लगभग 6000 नेटवर्क कॉन्टैक्ट्स के साथ आपके फैसिलिटी देता है।
यह पॉलिसी आपके बुरे समय याने वित्तीय संकट के समय को खत्म करते हुये चिकित्सा संकट के समय आवश्यक वित्तीय सहायता प्रदान करती हैं। आपको यह भी पता होना चाहिए कि कंपनी के पास एक मजबूत चिकित्सा नेटवर्क भी है जिसमें देश भर में 22, 000 से अधिक बीमा चिकित्सा कार्यकर्ता शामिल हैं।
यह भी खास बात हैं जो कि पॉलिसी के लिए कोई निकास आयु नहीं है, इसलिए आप अपने मॉनिटर पर अपनी पॉलिसी को आसानी से नवीनीकृत कर सकते हैं। तो आप एसबीआई आरोग्य प्लस पॉलिसी को अच्छी तरह से समझ गये होगे मैं आशा करता हूँ और यह भी आशा करता हूँ कि आप यह आर्टिकल पढ़ने के बाद आप अपनी राय या सजेशन कमेण्ड्स बॉक्स में जरूर देगे।
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5. Sbi Arogya Plus Policy Features कैसे हैं।
एसबीआई भारत सरकार का एक मजबूत वित्तीय संस्थान है और एसबीआई जनरल पॉलिसी भी उसी का एक हिस्सा है, जिसके तहत एसबीआई आरोग्य प्लस पॉलिसी आता है, तो इसकी features आप खुद देख सकते हैं। एसबीआई इसे देश के सबसे प्रतिष्ठित सरकारी संस्थानों में से एक है, इसलिए इसकी features पर सवाल उठाना मेरे हिसाब से गलत होगा।
इनके कुछ विशेषताएँ आपको बताते हैं जो एसबीआई जनरल पॉलिसी का हैं एसबीआई आरोग्य प्लस पॉलिसी अस्पताल में भर्ती होने के 60 दिन पहले और 90 दिन बाद तक कवर किया जाता है।
पॉलिसी में ओपीडी परामर्श और उपचार व्यय के लिए कवरेज, कमरे का किराया, नर्सिंग, बोर्डिंग और अस्पताल में भर्ती होने के अन्य खर्च 142 डेकेयर खर्चों के लिए कवरेज, ओपीडी सीमा तक मातृत्व खर्च, अस्पताल में भर्ती होने के खर्चों को कवर किया गया है जो आपको विश्वास दिलाता हैं कि एसबीआई आरोग्य प्लस पॉलिसी के features बहुत अच्छा हैं जो लंबे समय तक आपके साथ दे सकता हैं।
6. Sbi Arogya Plus Policy Benefits किस प्रकार हैं।
एसबीआई आरोग्य प्लस पॉलिसी के लाभ के बारे में आगे बताने जा रहा हूँ आप एसबीआई आरोग्य प्लस पॉलिसी के benefits के बारे में नीचे जान सकते हैं। एसबीआई आरोग्य प्लस पॉलिसी से आपको फ्लोटर पॉलिसी के तहत व्यक्तिगत लाभ और आश्रितों यानी पत्नी और दो बच्चों का लाभ मिलता है। बीमित व्यक्ति अस्पताल में भर्ती होने या ओपीडी चिकित्सा व्यय सम्बंधी नियमानुसार लाभ प्राप्त कर सकता है।
एसबीआई आरोग्य प्लस स्वास्थ्य बीमा योजना एक लागत बचत याने पैसा वसूल योजना है जिसका लाभ बीमित व्यक्ति उठा सकता है। पॉलिसी आजीवन नवीनीकरण विकल्प के साथ आती है। इस योजना के लाभों को विस्तार से समझने के लिए नीचे पढ़ें और एसबीआई आरोग्य प्लस पॉलिसी लाभों के बारे में जानें।
i) अस्पताल में भर्ती होने का खर्च: इस पॉलिसी के तहत बीमित व्यक्ति को कमरे और रहने का खर्च, डॉक्टर की फीस, नर्सिंग खर्च, डायग्नोस्टिक प्रक्रिया, इंटेंसिव केयर यूनिट खर्च, एनेस्थीसिया, रक्त, ऑक्सीजन, सर्जिकल उपकरण, दवाएँ आदि मिलते हैं।
ii) बीमा पॉलिसी की मुख्य विशेषताएँ: एसबीआई आरोग्य प्लस हेल्थ की प्रमुख विशेषताएँ यह हैं कि इसमें 142 डेकेयर खर्च शामिल हैं यानी पॉलिसीधारक पूरे दिन अस्पताल में रहने पर भी पूरे खर्च का बिल जमा करके खर्च राशि रिकवर कर सकता है या उनके नेटवर्क हॉस्पिटल में केसलेश माध्यम से इलाज करा सकता हैं।
iii) प्रतिकूल चिकित्सा स्थिति: यदि आपकी आयु 55 वर्ष तक है तो आप बिना चिकित्सीय परीक्षण के एसबीआई आरोग्य प्लस पॉलिसी लाभ प्राप्त कर सकते हैं।
iv) मातृत्व व्यय: आप एसबीआई आरोग्य प्लस पॉलिसी के ओपीडी कवरेज लाभ के तहत मातृत्व व्यय के लिए कवरेज प्राप्त कर सकते हैं लेकिन इस पॉलिसी के तहत मातृत्व को हॉस्पिटलाइजेशन का कोई कवरेज नहीं है।
v) स्वास्थ्य बीमा पॉलिसी नवीनीकरन सिविधा: आप एसबीआई हेल्थ इंश्योरेंस के पॉलिसी को अन्य बीमा कंपनियों के पॉलिसी जैसा आसानी से नवीनीकृत करा सकते हैं इनके पॉलिसी 1 से 3 साल तक के लिए रहता हैं।
vi) आश्रित के लिए पॉलिसी: आप अपने लिए और साथ ही अपने जीवनसाथी सहित अपने परिवार के सदस्यों के लिए, दो आश्रित बच्चों के लिए एसबीआई हेल्थ इंश्योरेंस पॉलिसी कवर करता हैं यदि आप आश्रित माता-पिता और आश्रित सास-ससुर के लिए कवरेज का लाभ उठाना चाहते हैं तो अलग से प्लान लेना पड़ेगा। यदि आप आश्रित के लिए पॉलिसी के बारे में अधिक जानते हो तो कृपया कमेण्ड्स करके बोतल्दा केयर के पाठकों को अपने नालेज शेयर करे।
vii) आयु सीमा निर्धारण: एसबीआई आरोग्य प्लस पॉलिसी के तहत बीमा के लिए न्यूनतम आयु सीमा 3 महीने और अधिकतम आयु सीमा 65 वर्ष है।
viii) बीमित राशि की जानकारी: एसबीआई आरोग्य प्लस पॉलिसी के तहत 1 लाख, 2 लाख और 3 लाख की बीमित राशि उपलब्ध है। आप इनमें से कोई भी एक चुन सकते हैं।
ix) प्री-हॉस्पिटलाइजेशन, पोस्ट हॉस्पिटलाइजेशन : अस्पताल में भर्ती होने से 60 दिन पहले प्री-हॉस्पिटलाइजेशन और अस्पताल में भर्ती होने के बाद याने पोस्ट हॉस्पिटलाइजेशन 90 दिनों तक अस्पताल में भर्ती होने के बाद का खर्च देता हैं।
x) एम्बुलेंस शुल्क को कवर: वास्तविक एम्बुलेंस शुल्क या रु। 1, 500 (जो भी कम हो) एसबीआई आरोग्य प्लस पॉलिसी द्वारा दिया जाता हैं।
xi) आउट पेशेंट खर्च: आउट पेशेंट आधार पर किए गए खर्च भी पॉलिसी द्वारा कवर किए जाते हैं।
xii) आपके प्रीमियम परिव्यय को कम करने के लिए योजना द्वारा आकर्षक प्रीमियम छूट की पेशकश की जाती है
xiii) प्रीमियम छूट की पेशकश: आयकर अधिनियम की धारा 80डी के तहत कर बचत में लाभ मिलता हैं।
xiv) गैर-एलोपैथिक उपचार कवरेज: आयुष के तहत गैर-एलोपैथिक उपचार कवरेज दिया जाता हैं परंतु वह रजिस्टर्ड उपचार सेवा केंद्र हो।
xv) अगर पॉलिसी लेने वाले को सिगरेट पीने, शराब पीने या तंबाकू खाने की आदत है तो ऐसी हर आदत के लिए पॉलिसी में 5% की लोडिंग होती है। यानी हर आदत के लिए 5 फीसदी अतिरिक्त प्रीमियम देना होगा।
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7. Sbi Arogya Plus Policy Details In Hindi.
अगर आप कोई पॉलिसी लेते हैं और वह पॉलिसी में ओपीडी खर्च कवर होता है तो वह पैसा वसूल पॉलिसी मानी जाएगी, लेकिन किस अस्पताल में इलाज के दौरान ओपीडी खर्च देता है, किस में नहीं देता हैं यह आपको पता हैं या आप कभी इस पॉलिसी को लेने के बाद इलाज कराया है तो कृपया कमेंट करके बताएँ, मैं आपकी टिप्पणियों या सुझाव को प्रकाशित कर अपने पाठकों तक पहुँचाऊंगा ताकि उनका भी इस पॉलिसी के बारे में ज्ञान बढ़े।
आइए आगे बढ़ते हैं और जानते हैं कि अगर आप ओपीडी के खर्चों को कवर करना चाहते हैं या ओपीडी के खर्चों को कवर करने के लिए उत्सुक हैं, तो एसबीआई जनरल की आरोग्य प्लस पॉलिसी एक बढ़िया विकल्प है।
एसबीआई आरोग्य प्लस पॉलिसी में प्री-पॉलिसी मेडिकल टेस्ट, ओपीडी कवरेज और मेडिकल खर्च कवर के अलावा 142 डेकेयर उपचार शामिल हैं। यह पॉलिसी व्यक्तिगत या पारिवारिक फ्लोटर आधार पर ली जा सकती है।
यह पॉलिसी इन पेशेंट और आउट पेशेंट दोनों खर्चों के लिए कवरेज प्रदान करता है और एक किफायती प्रीमियम पर आता है। खासकर तब जब प्रीमियम फिक्स हो और आपकी जेब पर बोझ न पड़े। एसबीआई जनरल की आरोग्य प्लस पॉलिसी। बढ़ते चिकित्सा खर्चों के खिलाफ वित्तीय सुरक्षा प्रदान करता है। एसबीआई आरोग्य प्लस पॉलिसी विवरण नीचे पढ़कर समझ सकते हैं।
i) वेरिएंट इंडिविजुअल / पॉलिसी व्यक्तिगत या फैमिली फ्लोटर बेसिस।
ii) बीमा राशि 1 लाख, 2 लाख, 3 लाख तक है।
iii) पात्रता (वर्ष) 3 माह से अधिक-65 वर्ष का व्यक्ति ले सकता है।
iv) सदस्य सदस्यों में स्वयं, पति / पत्नी, 2 बच्चे (अधिकतम) , आश्रित माता-पिता / ससुराल वाले शामिल हैं।
v) एसबीआई आरोग्य प्लस की पात्रता मानदंड (एसबीआई आरोग्य प्लस पॉलिसी के लिए पात्रता)।
vi) बाहर निकलें की उम्र नहीं हैं। पॉलिसी आजीवन नवीनीकरण प्रदान करती है।
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8. Claim Process under SBI Arogya Plus Policy समझे।
SBI आरोग्य प्लस पॉलिसी के तहत क्लेम प्रक्रिया क्या है, आप इस तरह जान सकते हैं। आपको बता दें कि अगर आपने एसबीआई आरोग्य प्लस पॉलिसी ली है और अपने इलाज का खर्चा वापस पाना चाहते हैं तो आप क्लेम कर सकते हैं या आप एसबीआई जनरल इंश्योरेंस नेटवर्क अस्पताल में कैशलेस इलाज कराये हैं तो हॉस्पिटल और एसबीआई जनरल इंश्योरेंस के मध्य सेटलमेंट हो जायेगा आप प्रक्रिया कंप्लीट कर दीजियेगा। कैशलेस क्लेम के बारे में और गैर-नेटवर्क अस्पताल में इलाज के दौरान प्रतिपूर्ति और अन्य दावों के निपटारे की प्रक्रिया इस प्रकार है।
कैशलेस क्लेम के बारे में जानकारी।
i) कैशलेस या नेटवर्क अस्पताल में भर्ती होने के मामले में सबसे पहले आपको बीमाकर्ता यानी एसबीआई जनरल इंश्योरेंस को पहले से सूचित करना होगा या तो कैशलेस अस्पताल एसबीआई जनरल इंश्योरेंस को सूचित करेगा। अक्सर कैशलेस अस्पताल बीमा कंपनी को इसकी जानकारी देते हैं।
ii) कैशलेस या नेटवर्क अस्पताल में टीपीए डेस्क होता हैं उनको अपने टीपीए कार्ड दे ताकि वह एसबीआई जनरल इंश्योरेंस को सूचित करे और बताये की अमुक व्यक्ति इस हास्पिटल में भर्ती हैं।
iii) एसबीआई जनरल इंश्योरेंस आपातकालीन अस्पताल में भर्ती होने की स्थिति में डॉक्टर रिकमेंडेशन को देखता है और अस्पताल द्वारा दी गई जानकारी के आधार पर दिये सूचना को मानता हैं। हास्पिटल द्वारा दिये सूचना को मनाना ही पड़ेगा क्योकि हास्पिटल और एसबीआई जनरल इंश्योरेंस के बीच में समझौता होता हैं।
iv) यह बहुत अच्छा होगा यदि आप कैशलेस या नेटवर्क अस्पताल में भर्ती होने के लिए एसबीआई जनरल इंश्योरेंस को सूचित करें, लेकिन आप तब सूचना दे पाएगे जब आपकी उपचार पूर्व नियोजित हो।
v) यदि आप कैशलेस उपचार का लाभ उठा रहे हैं और कैशलेस या नेटवर्क अस्पताल में भर्ती हैं, तो कैशलेस या नेटवर्क अस्पताल में आपके मेडिकल बिल और अस्पताल के खर्चों का विवरण सीधे एसबीआई जनरल इंश्योरेंस को दिया जाता हैं और निपटारे के बाद आपको सूचित करता हैं।
vi) कैशलेस या नेटवर्क अस्पताल डिस्चार्ज होने के समय क्लेम सेटलमेंट के लिए सम्बंधित मेडिकल दस्तावेजों देता हैं और आपको दिखता हैं कि आपके ऊपर कितना खर्च हुआ उनको एग्री करते हुये क्लेम फॉर्म में साइन करे या आपको भरने को दे तो उसे भरकर जमा करें।
vii) इस प्रकार कैशलेस उपचार संभव है और आप एसबीआई जनरल इंश्योरेंस का लाभ उठा सकते हैं।
गैर-नेटवर्क अस्पताल भरपाई का दावा।
i) यदि आप कारण वस कैशलेस या नेटवर्क अस्पताल में इलाज नहीं करा पाये जिस कारण से आपको गैर-नेटवर्क अस्पताल में खर्च किए पैसे का भरपाई चाहिए तो आपके द्वारा वहन किया गया चिकित्सा लागतों का भुगतान एसबीआई जनरल इंश्योरेंस करेगा।
ii) गैर-नेटवर्क अस्पताल में भर्ती होने की स्थिति में, एसबीआई हेल्थ इंश्योरेंस टोल-फ्री नंबर पर कॉल करके अपना दावा अनुरोध दर्ज करें और अपने भर्ती के कारण के साथ पंजीकरण करें।
iii) डिस्चार्ज के बाद, क्लेम फॉर्म भरें और सम्बंधित दस्तावेजों के साथ शामिल सभी अस्पताल बिल और दवा बिल एसबीआई जनरल इंश्योरेंस कंपनी को जमा करें।
iv) एसबीआई जनरल इंश्योरेंस कंपनी की विशेषज्ञ टीम आपके फॉर्म जमा करने के बाद दस्तावेजों की जांच करेगी और फिर आपको चिकित्सा लागत की पूरी राशि की प्रतिपूर्ति की जाएगी।
v) एसबीआई जनरल इंश्योरेंस कंपनी का मानना है कि दावा प्रक्रिया शुरू करने के लिए मूल चिकित्सा दस्तावेज जमा करना आवश्यक है, लेकिन आपको एक बात का ध्यान रखना चाहिए कि आपको सभी दस्तावेजों की फोटोकॉपी अपने पास रखनी चाहिए।
vi) एसबीआई जनरल इंश्योरेंस कंपनी में दस्तावेजों का आकलन करने के बाद आपके दावे के अनुरोध को स्वीकार या अस्वीकार कर दिया जाएगा यदि दावा अस्वीकार कर दिया हैं तो उसे कारण पूछे और फिर जो त्रुटि हैं उनको ठीक करे।
vii) एसबीआई जनरल इंश्योरेंस कंपनी आमतौर पर दस्तावेजों को जमा करने की तारीख से 30 दिनों के भीतर दावों का निपटारा कर देती है। आप ध्यान में रखकर चले ताकि सही स्थिति का पता चले।
एसबीआई आरोग्य प्लस पॉलिसी में जमा किए जाने वाले आवश्यक दस्तावेज।
- भरे हुए चिकित्सा दस्तावेज और पहचान के प्रमाण के साथ हस्ताक्षरित दावा प्रपत्र।
- अस्पताल द्वारा जारी छुट्टी या प्रमाण पत्र का सारांश।
- मेडिकल प्रिस्क्रिप्शन और साथ में ओरिजिनल बिल।
- बीमा कंपनी द्वारा मांगी गई कोई आवश्यक अन्य दस्तावेज।
9. SBI Arogya Plus Policy premium Chart कैसे देखे।
एसबीआई आरोग्य प्लस पॉलिसी प्रीमियम चार्ट देखने के लिए आप या तो उनकी बेवसाइड में जा सकते हैं या फिर एसबीआई जनरल इंश्योरेंस के लिंक पर क्लिक करके या फिर डाउनलोड बटन पर जाकर एसबीआई आरोग्य प्लस पॉलिसी प्रीमियम चार्ट डाउनलोड कर सकते हैं।
10. Sbi Arogya Plus Policy कैसे खरीदें?
यह तो क्लियर हो गया कि आप एसबीआई आरोग्य प्लस पॉलिसी कैसे खरीदें? को सर्च करते हुये आये हैं, मैं बता दूँ कि आप कोई बढ़िया एक हेल्थ पॉलिसी खरीदना चाहते हैं। मैं बात को इधर उधर घूमाऊंगा न ही मैं किसी ब्रोकर एजेंट के पास आपको जाने को कहूँगा।
एसबीआई आरोग्य प्लस प्लान खरीदने के लिए आप एसबीआई जनरल इंश्योरेंस की आधिकारिक वेबसाइट पर जाकर सीधे कंपनी से प्लान खरीद सकते हैं। जो आपको विभिन्न स्वास्थ्य बीमा पॉलिसियों की तुलना करने के साथ-साथ आप के मन मुताबिक चुनने की अनुमति देती है।
एसबीआई जनरल आरोग्य प्लस प्लान खरीदने के लिए आपको निम्नलिखित दस्तावेज अपने साथ रखने की आवश्यकता हो सकती है।
i) पहचान का वैध प्रमाण / आधार कार्ड / ड्राइविंग लाइसेंस / वोटर आईडी कार्ड / पासपोर्ट या कोई अन्य जो आपकी पहचान को साबित करता हो।
ii) उम्र का वैध प्रमाण / जन्म तिथि के साथ किसी भी क्लास की मार्कशीट / पैन कार्ड / वोटर आईडी कार्ड / सरकार द्वारा मान्यता प्राप्त कोई अन्य दस्तावेज।
iii) पते का वैध प्रमाण / निवास प्रमाण पत्र / आधार कार्ड / मतदाता पहचान पत्र / पासपोर्ट / सरकार द्वारा मान्यता प्राप्त कोई अन्य दस्तावेज।
iv) विधिवत भरे और हस्ताक्षरित प्रस्ताव फॉर्म में आपकी सभी जानकारी स्पष्ट रूप से दिखाई देनी चाहिए। v) बीमित किए जाने वाले सदस्यों की नवीनतम रंगीन तस्वीरें किसी भी स्तर पर पहचान को सक्षम करने के लिए फोटोग्राफ पर्याप्त स्पष्ट होना चाहिए।
vi) यदि प्रवेश पूर्व स्वास्थ्य जांच की आवश्यकता है, तो आपको अस्पताल से मेडिकल रिपोर्ट की जांच करवानी चाहिए जिसे एसबीआई जनरल इंश्योरेंस द्वारा मान लिया जाये।
11. Sbi Arogya Plus Policy का रिन्यूअल कैसे करें?
एसबीआई आरोग्य प्लस पॉलिसी का नवीनीकरण अब सबसे आसान हो गया है। पॉलिसी का नियमित नवीनीकरण किया जा सकता है। आप एसबीआई की साइड में जाकर अपनी जरूरत के लिए ज्ञान ले सकते हैं और ऑनलाइन प्रीमियम का भुगतान भी कर सकते हैं।
आप क्लिक करके जा सकते हैं https: / / www. sbigeneral. in / portal / policy-renewal या इस साइड को अपने मोबाइल या अन्य डिवाइज़ में टाइप करके जा सकते हैं।
12. Sbi Arogya Plus Policy प्रीमियम कैलकुलेटर।
Sbi Arogya Plus Policy प्रीमियम कैलकुलेटर एसबीआई आरोग्य प्लस प्रीमियम कैलकुलेटर जो मैजिक की तरह आपकी पॉलिसी के लिए देय प्रीमियम की गणना करता है, बस इस मैजिक ऑनलाइन टूल पर जाएँ और अपना विवरण दर्ज करें।
i) सबसे पहले अपने लिंग दर्ज करे / महिला / पुरुष / या अन्य /
ii) परिवार के सदस्यों का बीमा होना चाहिए / आप यस या नो को क्लिक करे।
iii) बीमित किए जाने वाले सदस्यों की जन्म तिथि जो ऊपर कलाम में दिया है क्या दस्तावेज उनके एक बार पढ़ ले।
iv) पॉलिसी का प्रकार-फ्लोटर या इंडिविजुअल जिसे आपको निर्दिष्ट करना होगा और तय करना होगा कि आप इसे सिंगल के लिए लेना चाहते हैं या पूरे परिवार के लिए।
v) आपका नाम, मोबाइल नंबर और ईमेल आईडी को भेरिफ़ाई करना होगा, आप एसबीआई आरोग्य प्लस प्रीमियम कैलकुलेटर का उपयोग करने में तब सक्षम होंगे और अपनी आवश्यकता की गणना कर सकेंगे जिससे हेल्थ पॉलिसी खरीदना आसान हो जाएगा।