इम्यूनिटी बढ़ाने के उपाय इन हिंदी। immunity badhane ke tarike in hindi.

immunity badhane ke tarike in hindi.
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इम्युनिटी सिस्टम को इस तरह बूस्ट करें कि वह मज़बूत बना रहे। Boost the immunity system in such a way that it remains strong.

अपने बच्चे की प्रतिरक्षा प्रणाली को मज़बूत करने के लिए उसे कई कामों में प्रोत्साहन देते हुये बूस्ट करे। कई लोग what  बूस्ट ‘ शब्द का प्रयोग करते हैं।

वैज्ञानिक सिद्धांत में यह शब्द वास्तव में काम करता हैं। यह प्रतिरक्षा प्रणाली को मज़बूत करने में सहायता के रूप में कार्य करता हैं।

आहार में विटामिन और मिनरल्स युक्त आहार का सेवन करना चाहिए, जो इम्यूनिटी को मज़बूत बनाने और एंटी आक्सीडेंट बेहतर ढंग से काम करने में मदद करते हैं।

हरी सब्जियाँ, फल और सूखे मेवे एक बेहतर विकल्प हैं। बच्चे की इम्यूनिटी बढ़ाने को विकसित करने में मदद करने के लिए, एक व्यवस्थित दिनचर्या अपनाना और तनाव का प्रबंधन करना आवश्यक हैं। immunity badhane ke tarike in hindi.

1.बच्चों की इम्युनिटी बढ़ाने के उपाय। immunity system ko badhane ke upay.

immunity system ko badhane ke upay.
immunity system ko badhane ke upay.

इस महामारी के दौरान या फिर सामान्य समय में भी इम्यूनिटी याने रोग प्रतिरोधक छमता बढ़ाने के लिए बेहतर भोजन से प्रतिरक्षा प्रणाली को मदद मिलता हैं शक्तिशाली प्रतिरक्षा प्रणाली बूस्टर याने विटामिन-सी के सेवन से इम्यूनिटी बेहतर व अच्छे होने लगता हैं।

आपका शरीर विटामिन-सी का उत्पादन या भंडारण नहीं करता हैं। आपको अपने स्वास्थ्य के लिए रोजाना विटामिन-सी की आवश्यकता होती हैं। लगभग सभी खट्टे फल विटामिन-सी से भरपूर होते हैं।

उदाहरण के लिए, संतरे, किन्नू, स्ट्रॉबेरी, जामुन, नींबू और आंवला जैसे खट्टे फलों में सबसे अधिक विटामिन-सी होता हैं। विटामिन-सी शरीर में सफेद रक्त कोशिकाओं का उत्पादन करता हैं, जो शरीर को संक्रमण से लड़ने में मदद करता है।

इसलिए कोशिश करें कि खट्टे फलों का उपयोग विटामिन-सी की आवश्यकता के लिए किया जा सके। आलू हरी पत्तेदार सब्जियों के विटामिन और खनिज विटामिन से भरपूर होते हैं।

एंटीऑक्सिडेंट के साथ स्वस्थ सब्जियों के साथ लहसुन, अदरक का उपयोग प्रतिरक्षा प्रणाली को बढ़ाता हैं।

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2.प्रतिरोधक क्षमता बढ़ाने की आयुर्वेदिक दवा। immunity power badhane ki ayurvedic dawa.

भारत में आयुर्वेदिक के रूप में कई हर्बल और प्राकृतिक तत्व मौजूद हैं। इसे आयुर्वेदिक औषधि या घरेलू औषधि के रूप में भी जाना जाता है। इसे कई लोग घरेलू उपाय भी कहते हैं।

जब हमें शारीरिक दर्द या वायरल संक्रमण जैसी कोई समस्या होती हैं, तो इसका इलाज़ घर पर ही हर्बल और प्राकृतिक सामग्री से किया जाता हैं। जो इम्युनिटी बनाए रखने के लिए जाने जाते हैं।

i) दालचीनी dalchini in hindi  – दालचीनी का उपयोग काढ़ा और चाय बनाने के लिए किया जाता हैं। दालचीनी का सेवन सेहत के लिए काफ़ी फायदेमंद माना जाता हैं।

अगर रोजाना दालचीनी का सेवन किया जाए तो यह कई बीमारियों को रोकने में मदद कर सकता हैं। इम्यून सिस्टम को मज़बूत करने में भी दालचीनी का मसाला फायदेमंद माना जाता हैं। आयुर्वेद में इसे एक प्रमाणित तथ्य माना गया है।

ii) तुलसी tulsi ke benefits in hindi तुलसी लगभग हर भारतीय घर में पाई जाती है। अगर यह आपके घर में नहीं हैं तो आपके नज़दीक किसी के घर में ज़रूर होगा। तुलसी एक ऐसी औषधि हैं जो कई बीमारियों को दूर कर सकती है।

तुलसी के सेवन से रोग प्रतिरोधक क्षमता भी मज़बूत होती हैं। तुलसी के पत्तों में ऐसे गुण होते हैं जो इम्युनिटी को मज़बूत करने में असरदार तरीके से काम कर सकते हैं।

अगर आप प्राकृतिक तरीके से रोग प्रतिरोधक क्षमता बढ़ाना चाहते हैं तो तुलसी का सेवन शुरू कर सकते हैं। आप तुलसी का पानी या चाय बनाकर पी सकते हैं। आयुर्वेद में इसे एक प्रमाणित तथ्य माना गया हैं।

iii) गिलोय giloy in hindi माना जाता हैं कि गिलोय रोग प्रतिरोधक क्षमता को बढ़ाने के लिए सबसे बेस्ट आयुर्वेदिक दवा के रूप में हैं। अगर आप प्राकृतिक तरीके से रोग प्रतिरोधक क्षमता बढ़ाना चाहते हैं तो गिलोय को रोजाना पानी में उबालकर सेवन कर सकते हैं।

मज़बूत इम्यून सिस्टम के लिए गिलोय काफ़ी कारगर माना जाता हैं। गिलोय के तना, पत्ते और जड़ सभी में रोग रोधी गुण होते हैं। गिलोय के सेवन से रोग प्रतिरोधक क्षमता को बढ़ाया जा सकता है। इसे आयुर्वेद में प्रमाणित माना गया हैं।

iv) हल्दी haldi in hindi हल्दी के बारे में अद्वितीय है। इसमें महान एंटी-ऑक्सीडेंट और एंटी-इंफ्लेमेटरी गुण होते हैं जो प्रतिरक्षा प्रणाली को मज़बूत करने के लिए जाने जाते हैं।

हल्दी के इस्तेमाल के बिना हर घर का किचन अधूरा होता हैं। सब्जियों में हल्दी का प्रयोग किया जाता हैं, इसके बाद इसके सेवन के और भी कई तरीके हैं। हल्दी का सेवन रात को सोने से पहले दूध में मिलाकर भी किया जा सकता हैं।

जो कैल्शियम का बेहतरीन स्रोत माने जाते हैं। इसके अलावा आप हल्दी को शहद और पानी में अच्छी तरह उबालकर भी इसका सेवन कर सकते हैं। किसी भी प्रकार से उपयोग में लाये रोग प्रतिरोधक क्षमता के लिए हल्दी का प्रयोग सर्वोत्तम हैं।

v) अश्वगंधा asgandh ke fayde in hindi अश्वगंधा का उपयोग पारंपरिक रूप से भारत में आयुर्वेदिक उपचार के लिए किया जाता है। उपयोग में आसान होने वाली यह जड़ी-बूटी रोग प्रतिरोधक क्षमता को बढ़ाने में भी काफ़ी फायदेमंद साबित होती हैं।

अश्वगंधा कई बीमारियों को दूर करता हैं, यह कई बीमारियों को दूर करने के लिए जाना जाता हैं। इसलिए इसे सेहत के लिए काफ़ी फायदेमंद माना जाता हैं, इसके इस्तेमाल से इम्यून सिस्टम भी मज़बूत होता हैं।

आप रोजाना एक गिलास दूध में अश्वगंधा मिलाकर पी सकते हैं। यह आपके पाचन में भी सुधार कर सकता हैं और प्रतिरक्षा बढ़ाने में मदद कर सकता है। आयुर्वेद में इसे एक प्रमाणित तथ्य माना गया हैं।

vi) अदरक ginger in hindi अदरक का इस्तेमाल ज्यादातर भारतीय घरों में भोजन बनाने के दौरान किया जाता हैं। इनके बाद अक्सर सर्दियों में लोगों को खांसी-जुकाम को ठीक करने के लिए इस्तेमाल करते हैं।

ऐसे में अदरक का सेवन काफ़ी कारगर माना जाता है। यह एनोरेक्सिया और हृदय रोगों में भी फायदेमंद हैं। इसके अलावा अदरक को और भी कई बीमारियों के लिए फायदेमंद माना जाता हैं।

अदरक के सेवन से रोग प्रतिरोधक क्षमता बढ़ती हैं। आयुर्वेद के जानकारों का मत हैं कि अदरक में इम्यून सिस्टम को मज़बूत करने के जबरदस्त गुण होते हैं। इसमें एंटी इंफ्लेमेटरी, बैक्टीरियल और साथ ही एंटीऑक्सीडेंट होते हैं।

जो इम्युनिटी बढ़ाने के लिए बेस्ट माने जाते हैं। इसलिए पूरे परिवार के साथ हर संभव अदरक का सेवन करना चाहिए। आयुर्वेद में इसे एक प्रमाणित तथ्य माना गया हैं।

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3.इम्यूनिटी बढ़ाने के घरेलू उपाय। immunity power badhane ke gharelu upay.

इम्युनिटी पावर बढ़ाने के लिए कुछ घरेलू नुस्खे या उपाय हैं, जिनके इस्तेमाल से आप घर बैठे इम्युनिटी पावर बढ़ा सकते हैं। प्राचीन काल से ही, जड़ी-बूटियों और प्राकृतिक अवयवों के उपयोग से कई बीमारियों को ठीक किया जाता था।

लेकिन हाल के दिनों में सभी हाइजेनिक खाद्य पदार्थों के सेवन से पाचन तंत्र कमजोर होने लगा हैं और रोग प्रतिरोधक क्षमता बढ़ने के बजाय कम होने लगती हैं। कुछ घरेलू नुस्खे हैं जो इम्युनिटी बढ़ाते हैं।

i) विटामिन-सी Vitamin C- विटामिन-सी के सेवन से इम्यून सिस्टम मज़बूत होता हैं। विटामिन-सी के सेवन से प्रतिरोधक क्षमता बहुत तेजी से बढ़ती हैं। नींबू संतरे, आंवला का सेवन विटामिन-सी के रूप में किया जा सकता हैं।

खट्टे फल विटामिन-सी से भरपूर होते हैं। कमजोर प्रतिरक्षा प्रणाली को बेहतर बनाने के लिए खट्टे फलों का सेवन करना चाहिए।

ii) जिंक Vinc – जिंक के सेवन प्रतिरक्षा तंत्र को मजबूत बनाने के लिए किया जाता हैं। यदि आयुर्वेदिक गोलिया जिंक के रूप में मिलता है तो ठीक अन्यथा नैचुरल जिंक के रूप में ऐसे खाद्य पदार्थों का सेवन करना चाहिए जिसमें जिंक से भरा हो।

जैसे चना, दाल और बीन्स, मूंगफली, काजू और बादाम, नट्स में जिंक होता है, इनका सेवन जिंक के लिए करना चाहिए।

पत्तेदार सब्जियाँ Leafy vegetables पत्तेदार सब्जियाँ इम्युनिटी बढ़ाने में मदद करती हैं। पत्तेदार सब्जियों के सेवन से एंजाइम मिलते हैं, जो इम्युनिटी बढ़ाने और शरीर को संपूर्ण पोषण प्रदान करने में मदद करते हैं।

लहसुन को तामसिक भोजन में शामिल किया जाता हैं लेकिन यह एक औषधि हैं। इम्युनिटी बढ़ाने में लहसुन बहुत मददगार होता हैं। इम्यूनिटी बूस्टर के लिए फायदेमंद हैं।

अदरक hindi ginger अदरक का सेवन सब्जी, चाय, काढ़े आदि के रूप में किया जा सकता हैं। अदरक कोलेस्ट्रॉल और पुराने दर्द को भी नियंत्रित करता हैं।

अदरक कोलेस्ट्रॉल को भी नियंत्रित करता हैं और पुराने दर्द को जल्दी से ठीक करने में हेल्प करता हैं। इनके उपयोग से रोग प्रतिरोधक क्षमता बढ़ने लगता हैं।

iii) विटामिन डी Vitamin D विटामिन डी खाने से रोग प्रतिरोधक क्षमता बढ़ती हैं। ऐसा माना जाता हैं कि शरीर की रोग प्रतिरोधक क्षमता को बढ़ाने में विटामिन डी की अहम भूमिका होती हैं।

यह हड्डियों, मांसपेशियों को मज़बूत बनाता हैं। ये नसों और मांसपेशियों के समन्वय और नियंत्रण के लिए जाने जाते हैं।

सूर्य के किरण Sun rays – सूर्य के धूप में एक प्रमुख प्राकृतिक स्रोत विटामिन डी के स्रोत माना जाता हैं।

रोजाना थोड़ी देर धूप में बैठने से भी शरीर को विटामिन डी की कमी को कुछ हद तक दूर करने में मदद मिल सकती हैं। इस प्रकार से इम्यूनिटी बढ़ाने के घरेलू उपाय घर में रह कर किया जा सकता हैं।

गाय का दूध Cow’s milk – गाय का दूध विटामिन डी का एक बड़ा स्रोत माना जाता हैं। दूध और अनाज अक्सर विटामिन डी के समृद्ध स्रोत होते हैं।

गाय के दूध का दूध वैसे भी स्वास्थ्य के लिए बहुत अच्छा होता हैं, इसलिए आपको इसका सेवन ज़रूर करना चाहिए।

वसायुक्त मछली Fatty fish – वसायुक्त मछली के मांस में स्वाभाविक रूप से विटामिन डी की एक महत्त्वपूर्ण मात्रा होती हैं। वसा युक्त मछली, जैसे सैल्मन, विटामिन डी के प्राकृतिक स्रोतों में से एक हैं।

दही Dahi in hindi दही प्रोबायोटिक्स से भरपूर होता हैं प्रोबायोटिक्स एक प्रकार का खाद्य पदार्थ है, जिसमें जीवित बैक्टीरिया या सूक्ष्मजीव शामिल होते हैं। यह एक महान प्रतिरक्षा बूस्टर के रूप में हैं।

अंडे anda in hindi अंडे सबसे महत्वपूर्ण खाद्य पदार्थों में से एक हैं। अंडे को किसी भी तरह से बनाये वास्तव में यह बच्चों के लिए सबसे बेहतर हैं।

अंडे में पर्याप्त रूप में प्रोटीन विटामिन की मात्रा रहता हैं जो सबसे अच्छे एंटीऑक्सिडेंट माना जाता हैं। इस प्रकार से अपने बच्चों के आहार में इम्यूनिटी बढ़ाने वाले फ्रूट को सामिल कर सकते हैं।

इन्हें भी पढ़े:- बच्चों की इम्युनिटी कैसे बढ़ाये इन हिंदी।

4. इम्यूनिटी बढ़ाने वाले फ्रूट। immunity booster fruits in hindi.

शीर्ष 7 खाद्य पदार्थ जो बच्चों की प्रतिरक्षा बढ़ाने के लिए इस्तेमाल किया जा सकता हैं।

i) हरी सब्जियों Green vegetables के साथ मेथी के पत्ते आयरन के समृद्ध स्रोत प्रदान करते हैं। फोलिक एसिड और जिंक महत्त्वपूर्ण एंटीऑक्सिडेंट हैं जो प्रतिरक्षा प्रणाली के निर्माण में मदद करते हैं।

ii) इम्युनिटी को मज़बूत करने के लिए सेब, केला और आम के साथ तरबूज, अनार, नाशपाती पपीता, संतरा फल बेस्ट हैं और सभी फलों को एंटीऑक्सिडेंट माना जाता है जो बच्चों के साथ वयस्कों के लिए अच्छे होते हैं।

iii) जामुन Jambolan in hindi जामुन एंटीऑक्सिडेंट से भरे हुए होते हैं जो शरीर को ऑक्सीडेटिव प्रभावों से लड़ने में मदद करते हैं। यह सीजन वाले फल इनको बच्चों के खाने में सामिल करना चाहिए।  

iv) लहसुन lahsun in hindi लहसुन में एंटीवायरल और एंटीबैक्टीरियल गुण होते हैं। यह तामसिक भोजन और उत्तेजित भोजन में आता हैं। लेकिन इन सबके बावजूद यह शरीर के भीतर सफेद रक्त कोशिकाओं का एंटीऑक्सीडेंट भी हैं। अपने बच्चों के आहार में लहसुन को शामिल कर सकते हैं।

v) नट और बीजों Nuts and seeds in hindi नट और बीजों में उच्च मात्रा में विटामिन ई होता हैं। विटामिन ई मजबूत प्रतिरक्षा प्रणाली की कुंजी है जैसे सूरजमुखी के बीज सन बीज और कद्दू के बीज को बढ़ावा देते हैं। इम्युनिटी और बच्चों के लिए नट्स में बादाम काजू काजू आदि शामिल हैं।

vi) संतरे का रस Orange juice – संतरे का रस संतरे का रस विटामिन डी से भरपूर होता हैं, यह विटामिन आपकी हड्डियों को मज़बूत बनाता हैं। यह पृथ्वी पर उगने वाला सबसे प्राकृतिक फल हैं।

 5.इम्युनिटी बढ़ाने के टिप्स। immunity badhane ke tips.

immunity badhane ke tips.
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i) आराम सुनिश्चित करें। rest assured in hindi. हम सभी जानते हैं कि बच्चे को बिस्तर पर लाने के लिए क्या? कसरत व डाट फटकार करना पड़ता हैं।

कुछ समय के लिए बच्चों से लड़ाई भी हो जाती हैं। लेकिन रात में बच्चे को सोना उनके सेहत के बहुत लाभदायक व बहुत ज़रुरी होता हैं। खासकर जब वे अगले दिन स्कूल जाते हैं।

औसतन, एक बच्चे को दस से चौदह घंटे की नींद की ज़रूरत होती हैं, जो कि एक शांत, अंधेरे कमरे में सोने से हो पता हैं और सुनिश्चित करे कि बच्चे जब सोने जाये तब वह कंप्यूटर, टैबलेट और मोबाइल फ़ोन गेजेस्ट से दूर बनाये रखने का हर संभव प्रयास करे।

ii) बच्चों का खेल कूद ना। bachchon ka khel kood na. खेलना कूदना बच्चों के लिए उतना ही ज़रुरी हैं जितना कि पढ़ाई पर फोकस करना। खेलने कूदने से बच्चों के स्वास्थ्य के लिए वरदान माना जाता हैं।

खेलने से मन के साथ-साथ तन को भी मज़बूत बनाता हैं। बच्चे का मानसिक रूप से विकास होता ही हैं साथ में शारीरिक रूप से अच्छा विकास होता हैं। दोस्तों के साथ खेलने पर स्वभाव में लचीलापन और बाहरी ज्ञान भी अर्जित होता हैं।

उन्हें गुरु शिष्य का ज्ञान भी खेल के मैदान में मिलता हैं। एक अच्छा खिलाड़ी में डिस्पलीन के भावना होता हैं। इस कारणों से उनके विचार में परिवर्तन आते हैं। जो उनके फ्यूचर में काम आता हैं। वह जीतने का कला भी वही सभी दोस्तों से ज्ञान पाता हैं।

वह मानसिक रूप से हर प्रकार के बीमारी से लड़ने में भी सक्षम हो जाता हैं। इसलिए बच्चों को समय पर खेलकूद करने के लिए समय देना चाहिए, ताकि उनके शारीरिक व मानसिक विकास के साथ-साथ रोग से लड़ने का प्रतिरोधक क्षमता का भी विकास हो।

iii) सुबह और शाम की हवा। Morning and evening breeze. “सुबह और शाम की हवा लाख रुपए का दवा”, यह कहावात हैं। जो हमारे बुज़ुर्ग लोगों का कहना था।

सुबह-साम के हवा मुक्त व ताज़ा रहता हैं। इसलिए इसे फ्री के हवा भी कहते हैं। यह सच्चाई भी हैं। प्रकृति हमारा सबसे अच्छा उपाय हैं। यह मुफ्त हैं और प्रतिरक्षा प्रणाली को उत्तेजित करने के लिए उत्कृष्ट हैं।

बच्चों को बड़े आउटडोर में ले जाएँ-उन्हें दौड़ने, साइकिल चलाने, चढ़ाई करने के तरीके सिखाये। जो खेल में मज़ा आये उसे खेलने दे, ताकि उनके मनोबल बढ़े और आगे फ्यूचर इन केस स्कूल के मैदानी खेल में भाग लेने पर हिचकिचाये नहीं।

बच्चों के साथ बच्चा बन जायेँ उनके साथ मज़े करे और खेल का आनन्द ले। उनके साथ रहने से आपके भी तनाव कम हो सकता हैं।

iv) परिवार के साथ-साथ समय बिताना। Spending time with family. बच्चों को एक सांत व स्थिर वातावरण की आवश्यकता होती हैं और एक अच्छी पारिवारिक दिनचर्या बनाने से भावनात्मक सुरक्षा में मदद मिलती हैं।

भोजन, स्नान, पढ़ाई और होमवर्क करने का समय निर्धारित होनी चाहिए तब आपके साथ आपके बच्चे व फेमिली को बहुत फायदेमंद हो सकता हैं। इसके मतलब यह नहीं कि बच्चे को जबरदस्ती का तनाव दें।

जिसे वह सही समय पर आपके कहे पर चले। इससे बच्चों को और अधिक तनाव हो सकता हैं। उन्हें सिखाएँ कि कैसे आराम करें और कैसे सब मैनेज करे। याद रखें कि एक बच्चे के लिए भी ‘me’ शब्द महत्त्वपूर्ण हैं। मतलब तुम सब कर सकते हो।

v) स्वच्छता के लिए मन से काम हो। Work for cleanliness. स्वच्छ से सुन्दर सुविचार आता हैं। स्वच्छता के लिए दिल से आवाज़ उठाना चाहिए। स्वच्छ रहना, स्वच्छ दिखना स्मार्टनेस हैं।

परन्तु उनके साथ-साथ घर के वातावरण को स्वच्छ बनाए रखना चाहिए। बच्चों में स्वच्छता के प्रति जागरूक बनाना सकारात्मक विचार हैं। बच्चों में स्वच्छता के लिए अच्छे माहौल बनाना चाहिए।

कुछ समय बाद उनके दिल से साफ़ सफ़ाई के लिए आवाज़ आना चाहिए। स्वच्छ बुद्धि, स्वच्छ विचार, स्वच्छ मन, स्वच्छ तन, स्वच्छ परिवेश से ही आ सकता हैं। इसलिए घर के साफ़ सफ़ाई सबसे महत्त्वपूर्ण हैं।

कचरे व गंदगी से अनेक प्रकार के जीवाणु व वेक्टरिया पैदा होते हैं। जो कि कुछ समय बाद बच्चों के शरीर में प्रवेश कर जाते हैं और इन्फेक्शन हो जाता हैं। जिससे बच्चे बार-बार बीमार होने लगते हैं।

6.इम्यूनिटी कमजोर होने पर इन सावधानियों का ध्यान रखें। take care of these precautions when immunity is weak.

अगर इम्यूनिटी सिस्टम कमजोर हैं तो नींद में बिलकुल भी कमी न करे। रात 11 बजे से पहले या रात 10 बजे के बाद तुरंत सोने चले जाये तो इम्यूनिटी सिस्टम को कमजोर नहीं करता हैं। यदि पूर्ण रूप में नहीं सो पाते हैं तो यह इम्यूनिटी सिस्टम को ख़तरा में डाल देता हैं।

अगर किसी फेमली मेम्बर का इम्यूनिटी सिस्टम कमजोर हैं तो इस कारण से घर के अन्य व्यक्ति के इम्यूनिटी सिस्टम कमजोर होने के आशंका बहुत ज़्यादा बना रहता हैं।

उम्र बढ़नें के साथ-साथ प्राकृतिक तौर पर इम्यूनिटी सिस्टम कमजोर होने लगता हैं। क्योकि शरीर में डबल्यूबीसी बनना कम हो जाता हैं।

प्रोटीन की कमी से भी इम्यूनिटी सिस्टम से जुड़े रोग हो सकते हैं। टाईम टु टाईम सोने से शरीर में बनने वाला प्रोटीन इन्फेक्शन से लड़ने में सहायक व सहयोग कर सकता हैं।।

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